एकता कपूर पहले से "के" इस शब्द कि आदी रही है लेकिन कुछ सालों में एकता ने
क्या कूल है हम इस फ़िल्म के बाद किसी भी फ़िल्म कि शुरवात में "के" शब्द का
इस्तेमाल नहीं किया उन्होंने "एक थी डायन",शूट आऊट एट वडाला,वन्स अपॉन अ
टाइम इन मुम्बई दोबारा,लूटेरा,शादी के साइड इफेक्ट्स और रागिनी एम् एम् एस २
जैसी फिल्मे बनायीं जो कि "के" शब्द से शुरू नहीं होती। कुछ भी हो
लेकिन अब वे "कुकु माथुर कि झंड हो गयी" इस फ़िल्म से एकता फिर एक बार "के"
फॅक्टर को लेकर आरही है इस फ़िल्म के लिए पूरी फ्रेश टीम है और वे चाहती थी
कि फ़िल्म का टाइटल "के" से शुरू हो। शायद यह के फॅक्टर हमेशा कि तरह लकी
साबित हो सकता है।
"कुकु माथुर
कि झंड हो गयी" इसके निर्देशक अमन सचदेवा है तथा सिद्धार्थ गुप्ता और
सिमरन कौर मुंडी यह सितारे इस फ़िल्म में नजर आयेंगे।
No comments:
Post a Comment